क्या T+0 सेटलमेंट सभी लेन-देन के लिए जरूरी होगा? मीडिया रिपोर्ट्स पर SEBI ने ये जवाब दिया

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि T+0 सेटलमेंट सिस्टम को सभी लेन-देन के लिए जरूरी करने पर मार्केट रेगुलेटर विचार कर रहा है.

Source : NDTV Profit

'मार्केट रेगुलेटर SEBI सभी ट्रांजैक्शन के लिए T+0 सेटलमेंट सिस्टम को लागू करने जा रही है.'

ये खबर कई मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आने के बाद SEBI ने इस पर अपनी सफाई जारी की है. मार्केट रेगुलेटर की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है - 'प्रेस के एक वर्ग में ये गलत तरीके से रिपोर्ट किया गया है कि SEBI सभी के लिए T+0 सेटलमेंट को जरूरी बनाने जा रही है'.

अपने बयान में SEBI ने साफ किया कि चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच मंगलवार को NSE के एक इवेंट के दौरान एप्लीकेशन सपोर्ट बॉय ब्लॉक्ड अकाउंट (ASBA) को लेकर बात कर रहीं थी, न कि T+0 सेटलमेंट साइकल को लेकर. ASBA सुविधा ये सुनिश्चित करती है कि अलॉटमेंट होने के बाद ही निवेशक का पैसा ट्रांसफर हो.

क्या है पूरा मामला ?

मंगलवार के NSE के एक इवेंट में SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने एक रिपोर्ट ‘इंडिया कैपिटल मार्केट्स: ट्रांसफॉर्मेटिव शिफ्ट्स अचीव्ड थ्रू टेक्नोलॉजी एंड रिफॉर्म्स’ जारी की. जिसमें ये बताया गया कि अगर सेकेंडरी मार्केट ASBA को अपना लें तो 2,800 करोड़ रुपये का संभावित वार्षिक लाभ हो सकता है.

इसी इवेंट में SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी से ये पूछा गया कि रिटेल निवेशक के पास पोटेंशियल सेविंग होने के बावजूद ASBA की सुविधा को ऑप्शनल क्यों रखा गया है ? इस पर जवाब देते हुए SEBI चेयरपर्सन ने कहा, SEBI कुछ क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स से ASBA को एक विकल्प देने पर अपने बोर्ड में चर्चा जरूर करेगा.

चेयरपर्सन ने इस बात पर जोर दिया कि "अपनी ट्रेडिंग के लिए ASBA का इस्तेमाल करना है या नहीं इसका विकल्प अभी भी ग्राहकों के पास रहेगा".

मार्केट रेगुलेटर ने कहा कि इसे कुछ मीडिया आउटलेट्स में गलत तरीके से रिपोर्ट किया गया है कि SEBI सभी के लिए T+0 सेटलमेंट को जरूरी बनाने जा रहा है.