Biparjoy Cyclone Alert: अरब सागर से भारत की ओर बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, मॉनसून पर पड़ेगा असर! IMD ने किया अलर्ट

मई में आए मोचा तूफान के बाद अब देश के कुछ हिस्सों में बिपरजॉय साइक्लोन का खतरा मंडरा रहा है.

Source: Reuters/Canva

Biparjoy Cyclone Alert: मॉनसून में हो रही देरी के बीच अरब सागर में बना चक्रवाती तूफान भारत की ओर बढ़ रहा है. इस चक्रवाती तूफान को बांग्लादेश ने बिपरजॉय (Biparjoy Cyclone) नाम दिया है.

मई में आए मोचा तूफान के बाद अब देश के कुछ हिस्सों में बिपरजॉय साइक्लोन का खतरा मंडरा रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गोवा, मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी की है.

मॉनसून पर असर

तूफान के कारण केरल में मॉनसून प्रवेश पर भी असर पड़ने की संभावना जताई गई है. IMD के अनुसार, पूर्वी-मध्य और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर बिपरजॉय उत्तर की ओर बढ़ रहा है, जो कुछ घंटो में एक भीषण तूफान बन जाएगा.

IMD ने कहा है कि दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के ऊपर कम दबाव का सिस्टम बनने के कारण केरल की तरफ बढ़ रहे मॉनसून पर इसका असर पड़ सकता है.

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी Skymet ने 8 या 9 जून को केरल में मॉनसून की एंट्री होने का अनुमान जताया है.

कहां तक पहुंचा तूफान?

बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे IMD ने अपडेट जारी कर बताया था कि ये तूफान भारत की ओर बढ़ रहा है. सुबह करीब 5:30 बजे बिपरजॉय की स्थिति गोवा से करीब 890 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम (WSW) दूर थी. इससे पहले आधी रात के दो बजे ये तूफान मुंबई से 1020 किमी दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर से करीब 1090 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कराची से 1380 किमी दक्षिण की ओर दूर था.

तेज हवाओं और आंधी का अलर्ट

बिपरजॉय तूफान के कारण पूर्वी मध्य अरब सागर पर 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. 7 जून, बुधवार की शाम से ये 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती हैं. वहीं दूसरी ओर पश्चिमी-मध्य और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर 105-115 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं 125 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.

मौसम विभाग के अनुसार, गोवा के अलावा कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.

समंदर में न जाएं मछुआरे: IMD

कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र के तटीय इलाकों पर 8 से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. समुद्र में उतरे मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गई है. IMD ने तेज गति से चल रही हवाओं के चलते मछुआरों को समंदर में न जाने के लिए सावधान किया है.

तटीय इलाकों में बारिश

बिपरजॉय के कारण लक्षद्वीप, केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों में लगातार दो दिनों की बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि केरल में मॉनसून की देरी का मतलब ये नहीं है कि उत्तर भारत या देश के अन्य हिस्सों में भी वो देरी से पहुंचेगा. IMD के अनुसार, बिपरजॉय, देश में बारिश के औसत आंकड़े को प्रभावित नहीं करेगा.

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