NEET-UG Paper leak: एक लीक पेपर की कीमत 30-32 लाख! गिरफ्तारी के बाद चार लोगों का कुबूलनामा

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पटना में NEET-UG 2024 के आयोजन में अनियमितताओं को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध यूनिट से रिपोर्ट मांगी है.

Source: NDTV

NEET पेपर लीक मामले में एक नया खुलासा हुआ है. इस मामले में चार आरोपियों का कुबूलनामा आया है. गिरफ्तार किए गए इन चार लोगों में तीन छात्र हैं, जिनके नाम हैं- अनुराग यादव, नीतीश कुमार और अमित आनंद, जबकि एक व्यक्ति दानापुर नगर परिषद का जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु शामिल है. इन चारों को उनके कुबूलनामे के बाद गिरफ्तार किया गया है.

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पटना में NEET-UG 2024 के आयोजन में अनियमितताओं को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध यूनिट से रिपोर्ट मांगी है. इस मामले के आरोपी अनुराग यादव ने अपने कबूलनामे में क्या क्या कहा, देखिए

पेपरलीक पर कुबूलनामा

इस मामले का आरोपी अनुराग यादव बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. उसने अपने कबूलनामे में बताया कि मैं NEET के परीक्षा की तैयारी कोटा के एलेन कोचिंग सेंटर में कर रहा था.मेरे फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु जो कि जूनियर इंजिनियर हैं, उन्होंने एक दिन मुझे फोन कर उन्होंने बताया कि 05.05.24 को NEET की परीक्षा है, अब तुम कोटा से वापस आ जाओ. परीक्षा की सारी सेटिंग हो चुकी है. जिसके बाद उनके कहने पर मैं कोटा से वापस आ गया. मेरे फूफा ने 04.05.24 की रात में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ा.

मुझे जिस जगह पर छोड़ा गया था, वहां पर मुझे NEET का लीक पेपर और उत्तर पुस्तिका दी गई. जहां रात में परीक्षा में आने वाले सवालों की तैयारियां कराई गई. मेरा सेंटर डी वाई पाटिल स्कूल में था और मैं स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो सवाल मुझे पूरी तरह रटवाया गया था, वही सवाल मुझे परीक्षा में मिले. परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई गई और आकर मुझे पकड़ ले गई, जिसके बाद मैंने अपना अपराध स्वीकार किया.

सिकंदर यादवेंदु ने दावा किया कि अन्य दो आरोपियों, नीतीश कुमार और अमित आनंद ने उन्हें बताया कि वो किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर सकते हैं और NEET पास करने के लिए हर एक अभ्यर्थी को 30-32 लाख रुपये देने होंगे. योदवेंदु ने कहा "मैं सहमत हो गया और उन्हें बताया कि मेरे चार लड़के हैं (जिन्हें परीक्षा पास करने में मदद की जरूरत है). 4 जून की रात, मैं उन्हें अपने साथ ले गया और नीतीश कुमार और अमित आनंद ने उन्हें पेपर दिया. लालच में मैंने भी उनसे 30 लाख रुपये के बजाय 40 लाख रुपये मांगे थे. यादवेंदु ने कहा कि अगले दिन गाड़ी की जांच के दौरान वो छात्रों के एडमिट कार्ड के साथ पकड़ा गया और उसने अपना अपराध कबूल कर लिया.

करीब 24 लाख छात्र 5 मई को NEET-UG 2024 की परीक्षा के लिए बैठे थे. नतीजे 14 जून को आने थे, लेकिन उसके 10 दिन पहले ही 4 जून को घोषित कर दिए गए. इसके बाद ये परीक्षा 1500 छात्रों के दिए गए ग्रेस मार्क्स और पेपर लीक के विवादों में घिर गई.

देखते ही देखते ये मुद्दा अब राजनीतिक विवाद ले चुका है. विपक्षी दलों ने कथित धांधली, पेपर लीक और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि BJP शासित राज्य "पेपर लीक का केंद्र" थे.

क्यों सवालों के घेरे में NEET परीक्षा

बिहार जैसे राज्य में पेपर लीक होने और इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं. इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ उच्चतम न्यायालय में भी याचिकाएं दायर की गई हैं. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘पटना में परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई करेगी.''