कभी पेट्रोल-डीजल के बेतहाशा बढ़ते इंपोर्ट बिल, कभी इलेक्ट्रिक व्हीकल की सब्सिडी पर बयान देकर केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सुर्खियों में छाए हुए हैं. आज भी उन्होंने SIAM की 64वीं एनुअल कन्वेंशन में ऑटो सेक्टर को लेकर कई बातें की हैं.
उन्होंने कहा कि देश को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में ऑटो सेक्टर की सबसे अहम भूमिका है. ऑटो सेक्टर को सभी सेगमेंट में दुनिया में सबसे बड़ा बनने का लक्ष्य रखना चाहिए.'
'स्क्रैपेज पॉलिसी पर सहयोग दे इंडस्ट्री'
व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी केंद्र सरकार और नितिन गडकरी की महत्वकांक्षी योजना है. उन्होंने ऑटो इंडस्ट्री से व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी पर सहयोग को लेकर अपील की. गडकरी ने कहा, 'मैं कचरे को धन में बदलने पर विश्वास करता हूं. मैं ऑटो इंडस्ट्री से व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी पर सहयोग चाहता हूं. SIAM सदस्य पुरानी के बदले नई गाड़ी पर 3% छूट देने पर राजी हैं. भारत में ऐसे 3 करोड़ वाहन मौजूद हैं, जो खत्म होने की कगार पर हैं.'
व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी के फायदों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 'इससे कंपोनेंट की लागत 40% घट सकती है. व्हीकल स्क्रैपेज इंडस्ट्री और खरीदार दोनों के लिए अच्छी है. इससे न्यू सेल्स रेवेन्यू स्क्रैपेज बढ़ सकता है. इसके अलावा स्टील आयात घटाने, नई नौकरियां बनाने में भी मदद मिल सकती है.'
'सड़क हादसों के लिए रोड डिजाइन जिम्मेदार'
संसद से लेकर तमाम कार्यक्रमों में नितिन गडकरी सड़क हादसों पर भी बात करते रहे हैं. SIAM की 64वीं एनुअल कन्वेंशन में उन्होंने कहा कि 'भारत में हर साल 5 लाख दुर्घटनाएं होती हैं. हर घंटे 53 हादसे और 19 मौतें होती हैं. कुछ मौतों के लिए रोड के डिजाइन जिम्मेदार हैं. इसे ठीक करने पर भी काम जारी है.'
इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी मोदी सरकार का खास जोर रहा है. सोमवार को ACMA के 64वें सालाना सत्र में साफ किया था कि वो EV सब्सिडी के भी खिलाफ नहीं है. आज EV पर उन्होंने कहा कि 'FY24 तक भारत में 30 लाख EV रजिस्टर हुए हैं. इसमें 45% की ग्रोथ दिखती है. भारत की EV इंडस्ट्री FY30 तक 1 करोड़ यूनिट्स तक पहुंच चुकी है. इससे लाखों नौकरियां पैदा हुईं हैं. FY30 तक EV फाइनेंस मार्केट 4 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.'
प्रदूषण पर फिर बोले गडकरी
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री ने सोमवार को प्रदूषण पर की गई अपनी बात को दोहराया. उन्होंने कहा कि 'भारत में 40% प्रदूषण परिवहन क्षेत्र की वजह से है. मैं पेट्रोल और डीजल के खिलाफ नहीं हूं. हमें अपने लोगों को प्रदूषण से बचाने की जरूरत है. हमें अर्थव्यवस्था को डिकार्बनाइज करने के बारे में सोचना चाहिए. डीजल की कार सेल्स अब कुल वॉल्यूम का सिर्फ 18% रह गईं हैं. 2014 में ये आंकड़ा 40% था.'
गडकरी ने भारत के CNG मार्केट पर भी बात की. उन्होंने कहा कि भारत का CNG मार्केट 8 लाख करोड़ रुपये का है. भारत गैस-बेस्ड इकोनॉमी बनाने पर फोकस कर रहा है. 2030 तक 20,000 CNG स्टेशन लगाने का लक्ष्य है. अब हम डीजल में 15% इथेनॉल ऐड कर सकते हैं, जिससे ट्रकिंग फ्यूल की लागत घटती है'