इकोनॉमी के फ्रंट पर अच्छी खबर नहीं है. IMF यानी इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उसने कहा है कि जुलाई-सितंबर में भारत में ग्रोथ उम्मीद से अधिक धीमी रही है. यही नहीं उसने FY25 में भारत के GDP ग्रोथ का अनुमान 50 BPS यानी 0.5% से घटाकर 6.5% कर दिया है. हालांकि FY26 और FY27 में भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% पर बरकरार रखा है.
खासकर, वित्त वर्ष 2024 में 8.4% तक पहुंचने के बाद भारत की ग्रोथ की रफ्तार कुछ कम हुई है. हालांकि भारत 'दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था' बना हुआ है. लेकिन जैसा कि वर्ल्ड बैंक ने गुरुवार को बताया था कि कारोबारी साल 2025 की पहली तिमाही में 6.7% की धीमी ग्रोथ ही, जो दूसरी तिमाही तक गिरकर 5.4% पर आ गई है.
IMF ने 2026 के लिए ग्लोबल ग्रोथ पूर्वानुमान 3.3% पर बरकरार रखा, मगर 2025 के लिए ग्लोबल ग्रोथ अनुमान को 10 BPS बढ़ाकर 3.3% कर दिया है.
IMF ने चीन, अमेरिका सहित दूसरे देशों के लिए भी ग्रोथ का अनुमान जारी किया है. उसने 2026 के लिए चीन की ग्रोथ का अनुमान 40 BPS बढ़ाकर 4.5% किया है, जबकि 2025 के लिए अनुमान 10 BPS बढ़ाकर 4.6% कर दिया है.
इसी तरह 2026 के लिए US ग्रोथ के अनुमान को 10 BPS बढ़ाकर 2.1% कर दिया है. मगर IMF को मौजूदा कारोबारी साल से बहुत उम्मीदें हैं. 2025 के लिए US के ग्रोथ अनुमान को 50 BPS बढ़ाकर 2.7% कर दिया है.
अमेरिका में ग्रोथ में 0.5% की बढ़ोतरी उसकी इकोनॉमी की ताकत को दिखाता है. हालांकि वहां का सेंट्रल बैंकर यानी अमेरिका फेडरल रिजर्व ग्रोथ की इस रफ्तार को कुछ धीमा करना चाहता है, इस ग्रोथ के कारण महंगाई बढ़ रही है.
IMF का मानना है कि दुनियाभर में ट्रेड पर टैरिफ की बातें और फैसले व्यापार में तनाव को बढ़ा सकती है. उसने ये चिंता ऐसे समय में जाहिर की है जब अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं और वो चुनाव जीतने के बाद से ही लगातार इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ाने की बातें कर रही हैं.
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने इस रिपोर्ट में महंगाई पर अनुमान जारी किया है. 2026 के लिए ग्लोबल महंगाई के अनुमान को 10 BPS घटाकर 3.5% कर दिया है. 2025 के लिए भी ग्लोबल महंगाई अनुमान को 10 BPS की कटौती करके 4.2% कर दिया है.