Rupee Vs Dollar: रुपये के लौटे अच्छे दिन! डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार 9वें दिन मजबूत, मार्च में अबतक शानदार रिकवरी

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन रुपया 33 पैसे मजबूत होकर 85.64 पर बंद हुआ. शुक्रवार को डॉलर का भाव 85.97 रुपये था. इस तेजी की वजह से ये जनवरी 2024 के बाद रुपये में सबसे लंबे समय तक चलने वाली तेजी है.

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विदेशी इनफ्लो में सुधार और कच्चे तेल की कीमतों में आई सुस्ती की वजह से डॉलर के मुकाबले रुपये की तेजी जारी है, सोमवार को लगातार 9वें सेशन में रुपया मजबूत हुआ है. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 85.94 पर खुला. जबकि डॉलर इंडेक्स में ज्यादा हलचल नहीं देखने को मिली है. आखिर में रुपया 33 पैसे मजबूत होकर 85.64 पर बंद हुआ

RBI की खरीद-बिक्री स्वैप नीलामी का इंतजार

शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 85.97 पर बंद हुआ था. रुपये में जारी इस तेजी की वजह से ये जनवरी 2024 के बाद सबसे लंबे समय तक चलने वाली तेजी है. डॉलर इंडेक्स में जारी सुस्ती के चलते भारतीय करेंसी मार्च में अबतक 1.83% तक मजबूत हो चुकी है.

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स में ट्रेजरी चीफ और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली का कहना है 'बाजार 24 मार्च को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के खरीद-बिक्री स्वैप नीलामी का इंतजार कर रहा था और ये भी देख रहा था कि क्या RBI अपनी बाजार में शॉर्ट पोजीशन को कम करेगा, जैसा कि उसने जनवरी और फरवरी में किया था. भारत सरकार भी नहीं चाहती कि उसका सेंट्रल बैंक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से करेंसी हेरफेर करने वाला (currency manipulator) करार दिया जाए, और शायद इसलिए RBI ने शुक्रवार को रुपये में इस बढ़ोतरी को होने दिया.

भंसाली ने अनुमान जताया कि रुपया 85.60 से 86.60 की रेंज में रहेगा.

रुपये में शानदार रिकवरी

इंडिया फॉरेक्स एंड असेट मैनेजमेंट (IFA ग्लोबल) के फाउंडर और CEO अभिषेक गोयनका का कहना है 'भारतीय रुपये ने दो साल से अधिक समय में अपनी सबसे मजबूत साप्ताहिक बढ़त दर्ज की, जिसमें 1.2% की बढ़त के साथ ये अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.9725 पर बंद हुआ, जो 84 से 87.95 तक के अपने सफर का करीब 50% तक रिकवर कर चुका है.'

उनके अनुसार, इस तेजी को मजबूत विदेशी निवेश ने बढ़ावा दिया, जिसमें FTSE ऑल-वर्ल्ड इंडेक्स के रीबैलेंसिंग से अनुमानित 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश, घरेलू इक्विटी में बेहतर माहौल शामिल है.

शुरुआती ट्रेड में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली, जिससे भारतीय रुपये को सहारा मिला. पेट्रोलियम एक्सपोर्ट देशों के संगठन OPEC+ ने कहा कि वे अप्रैल से बंद पड़े उत्पादन को फिर से चालू करेंगे. ब्लूमबर्ग के अनुसार, इस कदम के बाद उत्पादन में प्रतिदिन 138,000 बैरल की बढ़ोतरी होगी, जो मासिक बढ़ोतरी की सीरीज में पहली बढ़ोतरी होगी. कच्चा तेल सुबह 10:55 बजे तक 71.36 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था.