भारत और पाकिस्तान के मौजूदा तनाव के बीच घरेलू शेयर बाजारों में थोड़े समय के लिए गिरावट आने की आशंका है. ये बात ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने कही है.
भारत ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया. भारत और पाकिस्तान के बीच जियोपॉलिटिकल टेंशन ने पर्यटन, इंडस्ट्रियल और हाई-बीटा शेयरों को प्रभावित किया है.
जेफरीज ने अपने पोर्टफोलियो में पर्यटन और इंडस्ट्रियल क्षेत्रों पर वेटेज कम कर दिया है. अगर तनाव बढ़ता है, तो भारत और पाकिस्तान सीमा के पास इंफ्रास्ट्रक्चर प्रभावित होगा, जिससे औद्योगिक कंपनियों की चिंता बढ़ जाएगी.
जेफरीज ने पिछले दशक में भारत-पाकिस्तान संघर्षों के दो उदाहरणों का हवाला दिया. सितंबर 2016 में भारत ने उरी के पास सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की.
फरवरी 2019 में, पुलवामा में भारतीय सैनिकों के काफिले पर हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट पर हवाई हमला किया. दोनों बार भारत ने काफी सधी हुई प्रतिक्रिया कीं, जो पहलगाम हमले में भी उसी तरह की प्रतिक्रिया की बात करती हैं.
जेफरीज ने स्थिति के बिगड़ने की आशंका को भी पूरी तरह से खारिज नहीं किया, क्योंकि सरकार पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाई के लिए नागरिकों को तैयार करने के लिए पूरे देश में अभ्यास कर रही है.
भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है, जो पाकिस्तान के लिए पानी का एक प्रमुख स्रोत है. अब तक, पाकिस्तान ने सीमा पार से गोलीबारी करके जवाब दिया है, जिसके परिणामस्वरूप 15 नागरिक मारे गए हैं.
बढ़ते तनाव के बावजूद बुधवार के कारोबार के दूसरे हिस्से में NSE निफ्टी 50 और BSE सेंसेक्स ने नुकसान की भरपाई की. ये सूचकांक करीब 0.14% और 0.13% बढ़कर बंद हुए.