शापूरजी पलौनजी ग्रुप की कंपनी एफकॉन्स इंफ्रा की शेयर बाजार में फीकी एंट्री हुई है. NSE पर इसका शेयर 8% डिस्काउंट के साथ 426 रुपये पर लिस्ट हुआ है, जबकि BSE इसकी लिस्टिंग 7.1% डिस्काउंट के साथ 430.05 रुपये पर हुई है. इसका इश्यू प्राइस 463 रुपये था. हालांकि कमजोर लिस्टिंग के बाद बाजार बंद होने तक इसमें अच्छी रिकवरी भी दिखी और ये 2.4% की बढ़त के साथ 472 रुपये पर बंद हुआ.
इश्यू 2.63 गुना सब्सक्राइब हुआ था
इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी एफकॉन्स इंफ्रा के IPO को गैर-संस्थागत निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. ये इश्यू 2.63 गुना सब्सक्राइब हुआ था. QIBs का हिस्सा 3.79 गुना सब्सक्राइब हुआ था, गैर-संस्थागत निवेशकों का हिस्सा 5.05 गुना भरा था. रिटेल निवेशकों का हिस्सा पूरा सब्सक्राइब नहीं हो सका और 94% ही भर पाया. कर्मचारियों ने अपना हिस्सा 1.67 गुना सब्सक्राइब किया.
एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर IPO का प्राइस बैंड 440-463 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया था. कंपनी ने 80 एंकर निवेशकों को 463 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 3.5 करोड़ शेयर आवंटित करके एंकर निवेशकों से 1,621.5 करोड़ रुपये जुटाए थे. कंपनी ने इस पब्लिक इश्यू से 5,430 करोड़ रुपये जुटाए थे.
ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड, DAM कैपिटल एडवाइजर्स, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, जेफरीज इंडिया प्राइवेट, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) और SBI कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के प्रमुख बुकरनर थे.
कहां होगा पैसों का इस्तेमाल
इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी इश्यू से मिली रकम का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में करेगी. इसके अलावा कुछ बकाया उधारों को चुकाने और दूसरे सामान्य कॉर्पोरेट गतिविधियों में भी पैसों का इस्तेमाल किया जाएगा.
एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर शापूरजी पालोनजी ग्रुप की कंपनी है, जो इंजीनियरिंग और निर्माण में विशेषज्ञता रखती है. एफकॉन्स इंफ्रा देश की बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन कंपनियों में शामिल है.
कंपनी सड़क निर्माण, हाइड्रो-पावर, डैम, थर्मल पावर सहित कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट करती है. कंपनी का कारोबार भारत सहित एशिया के दूसरे देशों, अफ्रीका सहित दुनिया के 25 से अधिक देशों में फैला हुआ है.
कंपनी ने एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व के 25 से अधिक देशों में परियोजनाएं पूरी की हैं. इसके काम में क्रिएटिव डिजाइन और पूर्ण निर्माण सेवाओं के साथ बड़ी संरचनाओं का निर्माण शामिल है. कंपनी ने 350 से ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स डिलिवर किए हैं.