भारतीय शेयर बाजारों के लिए ग्लोबल मार्केट्स से संकेत खराब, ये शेयर आज फोकस में रहेंगे

GIFT निफ्टी में 50 अंकों की कमजोरी है और ये 22,950 के आस-पास ट्रेड कर रहा है. बाकी एशियाई बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है.

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गुरुवार को ऐतिहासिक स्तरों पर पहुंचे भारतीय बाजारों के लिए ग्लोबल मार्केट्स से संकेत अच्छे नहीं हैं. अमेरिकी बाजार गुरुवार को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए हैं, एशियाई बाजारों में आज भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. कच्चा तेल 82 डॉलर के नीचे बिल्कुल फ्लैट है. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है और ये 105.08 पर आ गया है. अमेरिकी की 10 साल की बॉन्ड यील्ड भी हल्की मजबूती के साथ 4.47% पर है.

अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट

गुरुवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी शानदार रहा, लगातार तीन दिनों की बिकवाली के बाद FPIs ने गुरुवार को 4,670.95 करोड़ रुपये की खरीदारी की, DIIs ने भी 146.51 करोड़ रुपये की खरीदारी की है.

फेड के मिनट्स, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों का धीरे-धीरे कम होना और मजबूत आर्थिक आंकड़ों ने अमेरिकी बाजारों पर जबरदस्त दबाव बना रखा है. गुरुवार को डाओ जोंस 606 अंकों (-1.53%) की बड़ी गिरावट के साथ 39,065.26 पर बंद हुआ है.

डाओ जोंस ने पिछले हफ्ते गुरुवार को ही 40,000 का ऐतिहासिक स्तर पार किया था. उस ऊंचाई से अब डाओ करीब 1,000 अंक टूट चुका है. Nvidia के नतीजों ने अमेरिकी बाजारों में जोश जरूर भरा था, लेकिन अब इसका असर भी खत्म हो गया है, रिकॉर्ड स्तरों से टेक हैवी नैस्डेक भी फिसल गया है. गुरुवार को नैस्डेक 66 अंकों की गिरावट के साथ 16,736.03 पर बंद हुआ. S&P 500 में भी 39 अंकों की गिरावट रही है.

क्यों गिरे अमेरिकी बाजार?

अमेरिकी बाजारों में इस गिरावट के पीछे कई सारी वजहें हैं, फेड के मिनट्स में जो संकेत मिले, उस दबाव से अभी अमेरिकी बाजार उबरे भी नहीं थे कि PMI के आंकड़ों ने दोहरी मार कर दी. S&P ग्लोबल के PMI सर्वे में ये सामने आया कि अमेरिका में बिजनेस एक्टिविटी मई में इकोनॉमिस्ट्स के अनुमानों से ज्यादा बेहतर रही है.

PMI सर्वे का उम्मीद से ज्यादा अच्छा होना अर्थव्यवस्था के लिए एक पॉजिटिव संकेत है, मगर इससे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम हो जाती है. यही वजह रही कि अमेरिकी बाजार इतनी बड़ी गिरावट का शिकार हो गए. पहले ये उम्मीद की जा रही थी कि इस साल 2 रेट कट होंगे, पहला रेट कट सितंबर में होगा, लेकिन अब ये उम्मीद भी बाजार से धीरे-धीरे खत्म हो रही है.

एशियाई बाजारों का हाल

GIFT निफ्टी में 50 अंकों की कमजोरी है और ये 22,950 के आस-पास ट्रेड कर रहा है. बाकी एशियाई बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है. जापान का बाजार निक्केई लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट दिखा रहा है, निक्केई में फिलहाल 450-500 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है. चीन का बाजार शंघाई कंपोजिट चौथाई परसेंट नीचे है, हॉन्ग कॉन्ग का बाजार हैंग सेंग 250 अंकों की कमजोरी दिखा रहा है, कोरिया का बाजार कोस्पी 30 अंकों गिरावट यानी 1% तक टूटा हुआ है.

कच्चा तेल, सोना-चांदी

कच्चे तेल की कीमतों में लगातार चौथे दिन भी कमजोरी है. बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड हल्की गिरावट के साथ $81.30 प्रति आउंस के आसज-पास कारोबार कर रहा है. WTI क्रूड 76.80 डॉलर प्रति बैरल पर है.बेकाबू महंगाई और रेट कटौती की धूमिल होती उम्मीदों ने कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बनाया है, ट्रेडर्स इस साल डिमांड में बढ़ोतरी को लेकर काफी आशंकित हैं.

सोने और चांदी की कीमतों पर भी दबाव है. डॉलर इंडेक्स में मजबूती की वजह से सोना 2330 डॉलर प्रति आउंस पर आ गया है, चांदी वायदा भी 30.50 डॉलर प्रति आउंस पर है.

खबरों में शेयर

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  • Brigade Enterprises: कंपनी ने बेंगलुरु के ओल्ड मद्रास रोड पर 720 करोड़ रुपये की GDV के साथ एक आवासीय परियोजना के लिए करार किया है

  • Zee Entertainment: कंपनी ने कल्वर मैक्स और BEPL की ओर से विलय सहयोग समझौते को खत्म करने के लिए कल्वर मैक्स और बांग्ला एंटरटेनमेंट से 90 मिलियन डॉलर की टर्मिनेशन फीस की मांग की है.

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