देश के एक तिहाई से ज्यादा हिस्से में आसमान से आग बरस रही है. पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक, सभी भीषण गर्मी झेल रहे हैं. समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, लद्दाख से लेकर झारखंड तक और उत्तर-पश्चिम भारत का एक बड़ा हिस्सा हीटवेव का प्रकोप झेल रहा है.
उत्तर भारत में मॉनसून की बारिश होने में अभी देर है और उससे पहले गर्मी ऐसी है कि अधिकतम तापमान के रिकॉर्ड टूट रहे हैं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
दो दिन और तपिश, फिर हल्की राहत
IMD के अनुसार, 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सूरज की तपिश अभी दो दिन और ऐसे ही झुलसाती रहेगी. उसके बाद उत्तर पश्चिम भारत की ओर बढ़ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 18 से 20 जून के बीच हल्की बारिश से कुछ राहत मिल सकती है, वो भी कुछ ही इलाकों में.में.
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अगले 2 से 3 दिनों में गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है. कहीं-कहीं बिजली भी गिर सकती है और 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं.
दिल्ली में सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा तापमान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया जो सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा था. वहीं, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और बिहार में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) रहा.
पहाड़ी राज्य भी आग में तप रहे!
उत्तराखंड के देहरादून में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के सामान्य से 9.5 डिग्री अधिक है, जबकि हिमाचल प्रदेश के ऊना में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 6.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
जम्मू-कश्मीर में कटरा में अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि जम्मू में पारा 44.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. झारखंड के डाल्टनगंज में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 9.1 डिग्री अधिक था.
हीटवेव से हालत खराब
राजस्थान में सोमवार को लू की स्थिति और प्रबल हो गई, कई स्थानों पर अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में एक से छह डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. पंजाब और हरियाणा में पिछले कई दिनों से जारी गर्मी में कोई कमी नहीं आई है और बठिंडा में तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार, इन दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
कहीं राहत, कहीं इंतजार
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 8.1 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. IMD ने अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बदलाव नहीं होने का अनुमान जताया है. इसके बाद तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की उम्मीद है. हालांकि, मध्य और पूर्वी भारत अगले तीन दिनों तक अधिक तापमान से जूझता रहेगा और उसके बाद कुछ राहत की उम्मीद है.
कुछ राज्यों में बारिश, कहीं बाढ़
दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में मॉनसून की बारिश शुरू हो गई है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है. तमिलनाडु के पुडुकोट्टई शहर में बीती रात बारिश हुई और तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई.
वहीं, दूसरी ओर असम, बाढ़ से जूझ रहा है. यहां आठ जिलों में 1.05 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की रिपोर्ट के अनुसार बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, गोलपारा, करीमगंज, नागांव और नलबाड़ी जिलों में बाढ़ के कारण 1,05,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. आपदा विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं.