मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग ट्रैफिकिंग, फ्रॉड...टेलीग्राम पर क्या-क्या होता था, जिसने CEO को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया

दुरोव को पेरिस-ली बॉर्गेट एयरपोर्ट से कस्टडी में लिया गया. आइए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है और उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया.

Source: Bloomberg

टेलीग्राम (Telegram) के फाउंडर और CEO पावेल दुरोव (Pavel Durov) को पेरिस में गिरफ्तार कर लिया गया है.

उन पर आरोप है कि टेलीग्राम प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा है. वो अवैध गतिविधियां क्या हैं, क्या वो इतनी गंभीर हैं कि दुरोव को गिरफ्तार करना पड़ा. आइए जानते हैं.

पावेल दुरोव को क्यों गिरफ्तार किया?

फ्रेंच मीडिया के मुताबिक दुरोव के खिलाफ गिरफ्तारी का वॉरेंट जारी किया गया था. वॉरेंट में आरोप है कि उनका प्लेटफॉर्म का मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग ट्रैफिकिंग और अन्य अपराधों के लिए इस्तेमाल किया गया है. अभी जांच के बारे में थोड़ी जानकारी ही उपलब्ध है.

रविवार रात को फ्रांस के एक इंवेस्टिगेटिव जज ने दुरोव की गिरफ्तारी का ऑर्डर जारी किया. फ्रांस के कानून के तहत दुरोव को चार दिनों तक पूछताछ के लिए कस्टडी में रखा जा सकता है. इसके बाद जजों को इस पर फैसला देना होगा कि उन पर आरोपों को तय करें या छोड़ दें.

रूसी प्रशासन ने क्या कहा?

दुरोव का जन्म रूस में हुआ था, उनका ज्यादातर बचपन इटली में बीता और वो फ्रांस, रूस, कैरेबियाई आइलैंड राष्ट्र सेंट किट्स एंड नेविस और संयुक्त अरब अमीरात के नागरिक हैं.

रूस में क्रेमलिन के प्रवक्ता डिमित्री पेस्कोव ने दुरोव की गिरफ्तारी की खबरों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने सोमवार को रैली के दौरान कहा कि हमें अभी भी नहीं पता है कि दुरोव पर क्या आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं सुना है. जब तक आरोप तय नहीं किए जाते हैं, इंतजार करें.

रूसी सरकार के अधिकारियों ने दुरोव की गिरफ्तारी पर आक्रोश जाहिर किया. कुछ ने इसे राजनीतिक तौर पर प्रेरित और पश्चिम की अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर दोहरा बर्ताव बताया है. क्रेमलिन आलोचकों ने इस पर कहा कि 2018 में रूसी प्रशासन ने खुद टेलीग्राम को ब्लॉक करने की कोशिश की. लेकिन असफल होने के बाद उन्होंने 2020 में बैन को वापस ले लिया.

कई देशों ने लगाए प्रतिबंध

आपको बता दें कि 2022 में, जर्मनी ने जर्मन कानून का पालन करने में नाकाम रहने पर टेलीग्राम के ऑपरेटरों के खिलाफ 5.125 मिलियन यूरो (5 मिलियन डॉलर) का जुर्माना लगाया था. उनका आरोप था कि टेलीग्राम ने अवैध सामग्री को रिपोर्ट करने के लिए कोई वैध तरीका नहीं स्थापित नहीं किया या आधिकारिक संचार हासिल करने के लिए जर्मनी में किसी इकाई का नाम नहीं दिया है, ये दोनों ही बातें जर्मन कानूनों के तहत आवश्यक हैं जो बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को रेगुलेट करते हैं

पिछले साल, ब्राजील ने नवंबर में स्कूल में हुई गोलीबारी की पुलिस जांच से संबंधित नियो-नाजी गतिविधि पर डेटा सरेंडर करने में विफलता के कारण टेलीग्राम को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया था.

एलन मस्क ने गिरफ्तारी का किया विरोध

वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के मालिक एलन मस्क ने दुरोव का समर्थन किया और गिरफ्तारी के बाद #freePavel पोस्ट किया.

उनकी गिरफ्तारी के बाद प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट के जरिए टेलीग्राम ने कहा कि वो EU कानूनों का पालन करते हैं और उसका मोडरेशन इंडस्ट्री के मापदंडों के अंदर है और इसमें लगातार सुधार हो रहा है.

टेलीग्राम का आरोपों पर जवाब

टेलीग्राम के पोस्ट में कहा गया है कि किसी प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल के लिए उसके मालिक को जिम्मेदार ठहराना बेतुका है. कंपनी का कहना है कि 'दुनिया भर में करोड़ों यूजर्स टेलीग्राम का इस्तेमाल करते हैं और ये जानकारी का अहम सोर्स है. हम इस स्थिति के जल्द से जल्द समाधान का इंतजार कर रहे हैं. टेलीग्राम आप सभी के साथ है.'

टेलीग्राम मामले में भारत सरकार भी अलर्ट

टेलीग्राम के प्रमुख पावेल दुरोव की गिरफ्तारी के बीच IT मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से ये जानकारी मांगी है कि क्या भारत में भी किसी तरह का उल्लंघन किया गया है.

PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि फ्रांस की घटना को ध्यान में रखते हुए IT मिनिस्‍ट्री ने गृह मंत्रालय से टेलीग्राम के खिलाफ लंबित शिकायतों की जांच करने और संभावित कार्रवाई के बारे में गौर करने को कहा है.

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